Vat Savitri Vrat

पति की लंबी आयु के लिए शादीशुदा महिलाएं वट सावित्री व्रत का पालन करती हैं। आज हम आपको बताएंगे कि किस दिन यह व्रत मनाया जाएगा

और किस दिनांक को इस व्रत का पालन करना चाहिए। यह व्रत उत्तम स्वास्थ्य धन-संपत्ति सुखद वैवाहिक जीवन के लिए किया जाता है

इस व्रत का पालन सिर्फ वैवाहिक महिलाएं ही करती हैं यह व्रत प्रत्येक साल  जून के महीने में मनाया जाता है इस बार इस व्रत का पालन शादीशुदा

महिलाएं रविवार को करेंगे। अमावस्या तिथि रविवार दोपहर 2:55 से अगले दिन सोमवार 5:00 बजे तक रहेगी इस व्रत के लिए याद

दिन और तिथि सबसे उत्तम है। इस बार कई सारी महिलाएं सोमवार को व्रत रखेंगे  और सोमवार को भी वट वृक्ष की पूजा करेंगी। हमारे पौराणिक शास्त्रों

के अनुसार वट वृक्ष को एक अध्यक्ष के रूप में माना जाता है इसके मूल भाग में भगवान ब्रह्मा और मध्य भाग में भगवान विष्णु तथा अग्र

भाग में भगवान शिव का वास माना जाता है। वट सावित्री व्रत को मनाने की एक पौराणिक कथा भी प्रचलित है इस कथा के अनुसार सत्यवान

नामक व्यक्ति को वट वृक्ष के नीचे ही यमराज ने जीवनदान दिया था और तभी से यह व्रत मनाया जाता है। पति की लंबी आयु के लिए शादीशुदा महिलाएं वट सावित्री व्रत का पालन करती हैं।